lapata ledis hindi film download
लापता लेडीज़ फ़िल्म की पूरी कहानी जानिए कैसी है फ़िल्म ?
एक होती है ईमानदारी फिर आती है ईमानदारी अल्ट्रा प्रो मैक्स और फिर उसका भी एक लेवल ऊपर कर दो तो जो नाम होगा वो है लापता लेडीज जितनी ईमानदारी से फिल्म बनाई गई है उतनी ईमानदारी अगर दुनिया में आ जाए तो जूता चुराई पर सालियों को जेल भिजवा दिया जाए मतलब कल रात को ये शो निपटा कर हम आए हैं और पहला रिएक्शन तो हमारा यही है कि इस फिल्म को ऑस्कर दे दो अभी से नेशनल फिल्म फेयर आईफा फलाना धमाका जितने भी अवार्ड होते हैं उसमें बेस्ट फिल्म का अवार्ड लापता लेडीज के नाम पर लिख दो
मुझे पता है कि अभी मार्च बस शुरू ही हुआ है लेकिन सच बता रहा हूं इससे बढ़िया फिल्म आप इस साल नहीं देखोगे बचपन में जब हम चाचा चौधरी पढ़ते थे तो हमारे मन में जो खुशी वाली फीलिंग होती थी ना वही फीलिंग इस फिल्म को देखकर हुई है इतनी सिंपल इतनी प्यारी स्टोरी लाइन है कि फिल्म देखने के बाद आपको वही फीलिंग आएगी कि जो रात को 3:00 बजे हॉस्टल वाले लड़कों को मैगी खा करर आती है सेम फीलिंग फिल्म में कोई बड़ा हीरो नहीं है क्योंकि फिल्म की कहानी ही हीरो है
फिलहाल फिल्म की कहानी के बारे में बताते हैं एक लड़की है जिसका नाम है फूल बहुत छोटी उम्र में उसकी शादी दीपक से करा दी जाती है दीपक एक रस्म निभाने के चक्कर में अपने ससुराल में रह जाता है और दो दिन बाद जब अपने घर लौटता है तो घर वालों को पता चलता है कि जिस लड़की के साथ दीपक वापस लौटा है वो लड़की उनकी बहू नहीं यह तो दुल्हन की वेशभूषा में कोई और है असल में जिस ट्रेन से दीपक आया है उस ट्रेन में एक और नवविवाहित जोड़ा है
और रात के अंधेरे में गलती से दीपक दूसरी दुल्हन का हाथ पकड़कर घर ले आता है अब आपको लगेगा मामला दुल्हन की अदला-बदली का है लेकिन कहानी बहुत पेचीदा है आखिर जिस लड़की का हाथ पकड़कर लाया गया है उस लड़की ने इसको रोका क्यों नहीं अब दीपक को उसकी फूल वापस मिलेगी क्या ये जो नई दुल्हन घर आ गई है इसका क्या किया जाएगा कहानी इन सब सवालों के जवाब आपको बड़े तसल्ली बख्श तरीके से देगी और इतने बढ़िया तरीके से देगी कि यकीन मानो फिल्म के आखिर में आपका स्टैंडिंग ओवेशन देने का मन हो जाएगा
फिल्म इतनी ईमानदार है कि दिल्ली सरकार जो खुद को ईमानदार घोषित करती है उसने भी एक कदम पीछे ले लिया और कह दिया कि नहीं नहीं भैया हमसे भी ईमानदार कोई आ गया है एक ऐसे टाइम में जहां पर भर भर के एक्शन देशभक्ति रिमेक और आइटम नंबर वाले गाने बेचे जा रहे हैं वहां यह फिल्म आपको सिर्फ कहानी बेचती है एक ऐसी कहानी जो आपको अपना बना लेगी फिर आप इसी कहानी के साथ हसेंगे इसी कहानी के साथ रोएंगे इसी कहानी के होकर रह जाएंगे विप्लव गोस्वामी ने ये कहानी लिखी है
और कायदे से उनको अब इतना फेमस हो जाना चाहिए कि अर्णव के बाद दूसरे सबसे फेमस गोस्वामी विप्लव ही होने चाहिए आई एम सॉरी बाबू किरण राव ने इतना भयंकर डायरेक्शन कर दिया है कि अब आप चाहेंगे कि वो और भी फिल्में डायरेक्ट करें और फिल्म के एक्टर्स को आपने पहले कभी नहीं देखा होगा जी हां कहीं नहीं लेकिन फिर भी जब आप फिल्म देखेंगे तो आपको लगेगा कि इनको तो हमने अपने आसपास ही देखा है
जी हां हर एक किरदार इतना रियल नजर आता है कि आप इंटेंटली उससे रिलेट कर जाते हैं स्पर्श श्रीवास्तव नितांशी गोयल प्रतिभा रांटा इस फिल्म के मुख्य एक्टर हैं और इन सब ने कमाल कर दिया है लेकिन असली गर्दा उड़ाया है अपने रवि किशन भैया ने आप सोचिए जो किरदार रवि किशन ने किया है वही आमिर खान भी करना चाहते तो वही किरदार अपने ही प्रोडक्शन में रहते हुए आमिर खान ने इस रोल के लिए ऑडिशन भी दिया है लेकिन किरण राव ने उनको रिजेक्ट करके रवि किशन को रखा क्योंकि रवि किशन का ऑडिशन बेहतर था
अब आप समझ लीजिए कि जिस रोल के लिए आमिर खान को रिजेक्ट किया जा रहा है उस रोल में रवि किशन ने क्या ही गर्दा उड़ा दिया होगा नहीं वो फिल्म का एक्स फैक्टर है इसके बाद उनकी जिंदगी में कोई झंड नहीं होगा बस सिर्फ और सिर्फ घमंड होगा और मैं भी आपको यकीन दिलाता हूं कि ये फिल्म जब आप देख कर आओगे तो आप भी घमंड करोगे कि भैया हमारी इंडियन फिल्म इंडस्ट्री इस लेवल का कंटेंट दे रही है जिसकी मिसाल दुनिया भर में दी जा सकती है
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