factory me maza or fruity kaise banate hai
फैक्ट्री मे आम का माज़ा और फ्रूटी कैसे बनाते है जाने ?
माजा या फ्रूटी जैसी कंपनीज दावा करती है कि वह मैंगो जूस में कोई भी केमिकल नहीं मिलाती थी और उसे सच में रियल मैंगो से ही बनाया जाता है लेकिन फिर भी अगर आपने गौर किया होगा तो उस पर ऐसा क्यों लिखा होता है कि उसमें आर्टिफिशियल फ्लेवर्स ऐड किए गए हैं आज आप यह भी जानोगे कि आखिर मैंगो जूस जैसे कि माझा और फ्रूटी को बनाया कैसे जाता है अब सबसे पहले रसीले और ताजा फलों को लंबे और ऊंचे पेड़ों से तोड़ा जाता है
अब यहाँ के पेड़ तो काफी ऊंचे होते हैं और इसी लिए जो नीचे के हम होते हैं उन्हें तो हाथों से तोड़ लिया जाता है और जो आम ऊंचाई पर लगे होते हैं उन्हें एक सटीक की मदद से तोड़ा जाता है जिसके आगे मैकेनिकल जॉब्स लगे होते हैं जब टूटे हुए आम कि एक्सेप्ट को तोड़ते समय आम के फल से एक्सेप्ट या लिक्विड निकलता है और वह अगर आपके हाथ पर लग जाए तो आपका हाथ जल ना शुरू हो जाता है
और इसीलिए हम को गलब्ज़ पहनकर पहले इस एक्सेप्ट निकाली जाती है और उसे तुरंत पानी में डाल दिया जाता है ताकि हम से निकलने वाली लिक्विड का टॉक्सिक इफेक्ट कम हो सके अब कहीं यह पके हुए आम दबकर खराब ना हो जाएं इसीलिए आमों को बड़े आराम से ग्रेट में भरकर फैक्ट्री के लिए रवाना कर दिया जाता है
अब मैंगो को अनलॉक करने के बाद इन्हें तुरंत दो तरह की वाशिंग फुर्सत से गुजारा जाता है जिसमें की दूसरी वाली वाचिंग में एक रोलर होता है जिससे कि हम अच्छी तरह वाश हो जाए अब हम ऊपर मौजूद पॉलिफिनॉल्स ऑक्सीडेस को रिमूव करने के लिए और आम का कलर और उसका फ्लेवर इंप्रूव करने के लिए आमों को गर्म पानी में तीन से पांच मिनट के लिए रखा जाता है और इस प्रोसेस को परमीटिंग और स्टफिंग प्रोसेस कहा जाता है
अब इसके बाद इन मीठे और पके हुए आमों को कन्वेयर बेल्ट पर उतारा जाता है तो वहीं से 40 से 50 वर्कर्स इन सभी आमो का विजुअल इंस्पेक्शन करते हैं वह इन आमों के डैमेजेस को चेक करते रहते हैं और अगर कोई भी आम अच्छी क्वालिटी का नहीं है और या फिर डैमेज हो गया है तो आम को कन्वेयर बेल्ट से बाहर कर दिया जाता है
और जो बचे हुए आम है वर्कर्स उनके टिप्स या ऊपरी भाग को काट देते हैं अब इसके बाद आमों को एक टेक्स्ट रनिंग मशीन में भेज दिया जाता है जहां पर यह मशीनें एक बहुत ही एपिसोड तरीके से आम की गुठलियों उनके छिलकों को अलग कर देती है और इसके बाद कहीं जाकर इन कामों को एक ट्रैक्टर मशीन में डाल दिया जाता है जहां से ही आमों का जूस निकाला जाता है
आपको शायद ना पता हो कि इस प्रोसेस में भी दो तरह के जूस की कैटिगरी बनती है विद ओर विदाउट पल्प और यह दोनों तरह के जूस को निकालने के लिए अलग-अलग तरह के फीचर्स का इस्तेमाल किया जाता है अब इस जूस में ऑक्सीजन पार्टिकल्स भी मौजूद होते हैं और कहीं उसके अंदर टाइड आफ सीजन जूस को खराब न कर दे और इसी लिए जूस कोडियोग्राफी मशीन में 90 से 95 डिग्री टेम्प्रेचर पर 10 से 14 मिनट के लिए रखा जाता है
अब आपने और ना किया होगा लेकिन अभी भी मैंगो जूस में कई छोटे-बड़े पार्टिकल्स मौजूद है और उनके डेंसिटी सेम नहीं है अब इसी लिए लिक्विड को और भी ज्यादा बारीक करने के लिए इसे एक होमोजेनाइजर मशीन में डालकर 20 से 25 मेघा पास्कल के परिसर में दो से तीन बार होमोजेनाइज्ड किया जाएगा और अब जाकर हमारा मैंगो जूस एकदम सही डेंसिटी का हो चुका है
इसके बाद जूस के अंदर के बैक्टीरिया को मारने के लिए उसे एक स्टेबलाइजेशन मशीन में फिट किया जाता है और तुरंत मैंगो जूस को ठंडा भी कर लिया जाता है और इसी पर सर्च की वजह से जूस की सैल्फ लाइफ बढ़ जाती है और इस जूस को बड़े-बड़े स्टोरेज टैंक्स में स्टोर करके रख लिया जाता है ताकि हम आमो के सीजन जाने के बाद भी हम अपनी मर्जी से कभी इनको जूस का आनंद ले सके अब आप यह भी कह सकते हैं कि मैंगो जूस जैसे कि माझा और फ्रूटी को हम बाहर दुकानों से लेकर पीते हैं
वह हो सकता है कि 6 से 7 महीने पहले बनाया गया हो और जूस को इतना टाइम स्टोर करने का एक नुकसान यह है कि जूस अपना फ्लेवर लॉस करने लगता है और इसीलिए जूस का टेस्ट मेंटेन रखने के लिए कंपनी को इसमें आर्टिफिशली व ऐड करने पड़ते हैं और यही वजह है कि बोतल के पीछे उसमें आर्टिफिशियल फ्लेवर्स एडिट लिखा जाता है
अब इसके बाद आगे जूस को बोतल में फीलिंग के लिए भेज दिया जाता है और आखिर में उन बोतल पर लेबलिंग कर दी जाती है जिसके बाद इन्हें हमारे तक पहुंचाने के लिए रवाना कर दिया जाता है।
ज्यादा जानकारी चाहिए तो इस पेज पर जाये
- मसाला डोसा बनाने की सबसे अच्छी रेसिपी, आप भी ट्राई करें – Masala dosa
-
सॉफ्ट दही वड़ा बनाने का सबसे आसान और स्पेशल तारिके से – dahi vada
-
वडा पाव कैसे बनता है जानिये नया तरीका कभी नहीं बनाया होगा कोई vada pao
-
सोया कबाब बनाने का सबसे अच्छा तरीका खा के पागल हो जाओगे soya kabab
-
सोया चंक्स किमा बनाने का ये तरीका अपनाएं, आपने पहले नहीं खाया होगा soya chunks
-
बटर चकली रेसिपी मुंबई का चकली पूरा इंडिया पसंद करता है – butter chakli
-
साही मावा कचौड़ी रेसिपी बनाने का सबसे अच्छा तरीका बनाएं राजस्थानी साही मावा कचौड़ी- kachaudi
-
मिसल पाव रेसिपी दिल्ली का मिसल पाव स्पाईसी और टेस्टी घर पर बनावे – misal pav